Last updated on September 20th, 2023 at 09:21 pm

Telephone Ka Avishkar Kisne Kiya: स्वागत है! आज के लेख में हम टेलीफोन के रोचक इतिहास, उसके आविष्कार, और इसके पीछे के आविष्कारक के बारे में बात करेंगे। मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि आप हमारे साथ इस दिलचस्प यात्रा के जरिए बने रहें।
Phone Ka Avishkarak: टेलीफोन का आविष्कार अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने 2 जून, 1875 को किया था। इसमें उन्होंने टॉमस वॉटसन के साथ मिलकर महत्वपूर्ण योगदान किया। इसके बाद, 7 मार्च 1876 को, अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने सफलतापूर्वक इस आविष्कार का पेटेंट अपने नाम पर प्राप्त किया, जिससे वह टेलीफोन के आधिकारिक आविष्कारक के रूप में प्रसिद्ध हुए।
Telephone Kya Hota Hai?
टेलीफोन, जिसे हिंदी में ‘दूरभाष’ कहा जाता है, वाकई अद्भुत यंत्र है जिसके माध्यम से लोग आसानी से संवाद कर सकते हैं, चाहे वे कितनी दूर भी हों। यह हमारे अपने इंटरकनेक्ट करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। टेलीफोन की सहायता से व्यक्तियों को आसानी से किसी दूसरे स्थान पर मौजूद व्यक्ति के साथ बातचीत करने का मौका मिलता है। यह वाकई एक ऐसा आविष्कार है जो दूरियों को पार कर लिया है और लोगों को आपस में करीब ले आया है, संवाद को और भी पहुँचने और सुविधाजनक बनाया है।

Telephone Ka Avishkar Kisne Kiya
टेलीफोन का आविष्कार 1876 में Alexander Graham Bell द्वारा हुआ था। इसके बाद, 7 मार्च 1876 को, ग्राहम बेल ने अपने टेलीफोन के आविष्कार को पेटेंट करवा लिया ताकि कोई दूसरा वैज्ञानिक उनके इस आविष्कार को चुरा न सके। उनके इस खोज में उनकी सहायता करने वाले थॉमस वाटसन ने बड़ी भूमिका निभाई। पहला शब्द जो ग्राहम बेल ने अपने सहायक से बोला था, वह था, “मिस्टर वाटसन, यहाँ आइए, मैं आपसे मिलना चाहता हूँ”। इस आविष्कार ने धीरे-धीरे अमेरिका में प्रसार पाया और 1880 तक अमेरिका में 49,000 से अधिक टेलीफोन स्थापित हो गए, जो ग्राहम बेल के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
वैज्ञानिक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का जन्म 3 मार्च 1847 को स्कॉटलैंड में हुआ था। उनके पिता प्रोफेसर थे, जबकि माँ गृहणी थी। ग्राहम बेल की माँ और पत्नी दोनों ही बहरी थीं, और इसी वजह से उनकी ध्वनि विज्ञान में विशेष रुचि थी। वे प्रसिद्ध टेलीफोन के आविष्कार की पहचान तो बाद में की, लेकिन उन्होंने अन्य आविष्कारों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जैसे मेटल डिटेक्टर, ऑडियोमीटर, फोटोफ़ोन, हाइड्रोफॉयल, और एयरोनॉटिक्स। उनकी मृत्यु 2 अगस्त 1922 को मधुमेह बीमारी के कारण हो गई।
कुछ वैज्ञानिक इस दावे पर खड़े होते हैं कि टेलीफोन का आविष्कार सिर्फ ग्राहम बेल के द्वारा नहीं हुआ था, बल्कि उससे पहले भी कुछ व्यक्तियों ने इसका प्रयास किया था, जैसे इलिशा ग्रे। 14 फरवरी 1876 को, इलिशा ग्रे ने पेटेंट कार्यालय में अपने आविष्कार का पेटेंट दर्ज करने के लिए निवेदन किया। उन्हें यह पता चला कि कुछ घंटे पहले ही कोई दूसरा व्यक्ति इस आविष्कार को अपने नाम से पेटेंट कर चुका था, जो केवल अलेक्जेंडर ग्राहम बेल थे। इस मामले को अदालत में दिनों-दिन चलाया गया, और ग्राहम बेल की जीत हुई।

इलिशा ग्रे के हार का मुख्य कारण था कि ग्राहम बेल ने वास्तविक पेटेंट आवेदन प्रस्तुत किया था, जबकि इलिशा ग्रे ने केवल ‘पेटेंट कैविएट’ दर्ज कराया था, जो आविष्कार का पूरा दावा नहीं करता था। पेटेंट कैविएट कराने के बाद, आपको एक वर्ष का समय दिया जाता है, जिस समय में आपको स्पष्ट करना होता है कि आविष्कार आपका ही है। इस समय में कोई दूसरा व्यक्ति आपके आविष्कार का दावा नहीं कर सकता है। हालांकि अब पेटेंट कैविएट प्रणाली काम नहीं करती है। इन सभी कारणों के बावजूद, अदालत ने निर्णय दिया कि असली आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल थे।
Telephone Ka Invention Kab Hua Tha
टेलीफोन का अविष्कार एलेक्जेंडर ग्राहम बेल द्वारा किया गया था। उन्होंने 2 जून 1875 को टेलीफोन का आविष्कार किया, लेकिन इसे अधिकारिक रूप से अविष्कारक के रूप में माना जाने में कुछ समय लगा।
ग्राहम बेल का मुख्य उद्देश्य था ध्वनि के सिग्नल को टेलीग्राफ के तार के माध्यम से कैसे भेजा जा सकता है, खासकर क्योंकि उनकी माँ और पत्नी दोनों बहरी थीं। वे इस कोशिश में लगे रहे और एक दिन उन्हें सफलता मिली जब वे टेलीफोन को आविष्कारिक रूप से प्रकट किया।
निष्कर्ष
दोस्तों, आज हमने इस पोस्ट में जाना कि “टेलीफोन का आविष्कार किसने किया” और इस पूरी जानकारी को सरलता से प्रस्तुत किया। इस पोस्ट में हमने न केवल टेलीफोन के आविष्कारक के बारे में जाना, बल्कि उन रोचक तथ्यों को भी छूने का प्रयास किया है, जो शायद आपको पहले नहीं पता थे। आज भी ग्राहम बेल और इलिशा ग्रे के बीच का विवाद चर्चित होता है, लेकिन असलीता सिर्फ तब पता चलता है जब हाकिम वही मानते हैं जिन्होंने सही आवेदन पेटेंट कराया। इसी कारण से हम ग्राहम बेल को टेलीफोन के आविष्कारक के रूप में जानते हैं। अगर आपको हमारी पोस्ट पसंद आई हो तो कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें।